Posts

Showing posts from March, 2021

भगवान का उपहार

Image
👼👼💧💧👼💧💧👼👼 भगवान का उपहार Image by Alexandra ❤️A life without animals is not worth living❤️ from Pixabay समय समय पर भगवान का धन्यवाद अदा करते रहना चाहिए। एक निर्माणाधीन भवन की सातवीं मंजिल से ठेकेदार ने नीचे काम करने वाले मजदूर को आवाज दी। निर्माण कार्य की तेज आवाज के कारण मज़दूर सुन न सका कि उसका ठेकेदार उसे आवाज दे रहा है। ठेकेदार ने उसका ध्यान आकर्षित करने के लिए एक 1 रुपये का सिक्का नीचे फेंका जो ठीक मज़दूर के सामने जा कर गिरा। मज़दूर ने सिक्का उठाया और अपनी जेब में रख लिया और फिर अपने काम में लग गया। अब उसका ध्यान खींचने के लिए ठेकेदार ने पुनः एक 5 रुपये का सिक्का नीचे फेंका। मज़दूर ने सिक्का उठाया और अपनी जेब में रख लिया और फिर अपने काम में लग गया। फिर 10 रुपये का सिक्का फेंका। उस मजदूर ने फिर वही किया और सिक्के जेब में रख कर अपने काम में लग गया। यह देखकर अब ठेकेदार ने एक छोटा सा पत्थर का टुकड़ा लिया और मजदूर के उपर फेंका जो सीधा मज़दूर के सिर पर लगा। अब मज़दूर ने ऊपर देखा और उसे पता चला कि ठेकेदार उससे बात करने के लिए उसे बुला रहा है। ऐसी ही घटनाएं हमारी ज़िन्दगी म...

भगवान की प्लानिंग

Image
👼👼💧💧👼💧💧👼👼 भगवान की प्लानिंग  Image by pasja1000 from Pixabay एक बार भगवान से उनके सेवक ने कहा -  भगवन्! आप एक जगह खड़े-खड़े थक गये होंगे ? एक दिन के लिए मैं आपकी जगह मूर्ति बन कर खड़ा हो जाता हूं। आप मेरा रूप धारण कर घूम आओ। भगवान उसकी बात मान गए लेकिन शर्त रखी कि जो भी लोग प्रार्थना करने आए, तुम बस उनकी प्रार्थना सुन लेना, कुछ बोलना नहीं। मैंने उन सभी के लिए प्लानिंग कर रखी है। सेवक मान गया कि प्रभु! जैसी आपकी इच्छा। सबसे पहले मंदिर में एक बिजनेस मैन आया और बोला कि भगवन्! मैंने एक नई फैक्ट्री डाली है। उसे खूब सफल करना। उसने भगवान के सामने अपना माथा टिकाया तो उसका पर्स नीचे गिर गया। उसे पता ही नहीं चला और वह बिना पर्स लिये ही चला गया। सेवक का मन बेचैन हो गया। उसने सोचा कि रोक कर उसे बताए कि उसका पर्स गिर गया। लेकिन शर्त की वजह से वह नहीं कह पाया। इसके बाद एक ग़रीब आदमी आया और उसने भगवान को कहा कि घर में खाने को कुछ नहीं है। हे भगवान! मेरी मदद करो। तभी उसकी नज़र पर्स पर पड़ी। उसने भगवान का शुक्रिया अदा किया और पर्स लेकर चला गया। अब तीसरा व्यक्ति आया जो एक नाविक था। ...

शुभ दिन

Image
👼👼💧💧👼💧💧👼👼 शुभ दिन Image by Jörg Möller from Pixabay “बेटा! थोड़ा खाना खाकर जाना। दो दिन से तूने कुछ खाया नहीं है।” ये लाचार माता के शब्द थे अपने बेटे को समझाने के लिए। “देखो मम्मी! मैंने मेरी बारहवीं बोर्ड की परीक्षा के बाद वेकेशन में सेकेंड हैंड बाइक मांगी थी और पापा ने प्रोमिस किया था। आज मेरे आखिरी पेपर के बाद दीदी को कह देना कि जैसे ही मैं परीक्षा खंड से बाहर आऊं, तब पैसा लेकर बाहर खड़ी रहे। मेरे दोस्त की पुरानी बाइक आज ही मुझे लेनी है। और हाँ! यदि दीदी वहाँ पैसे लेकर नहीं आई तो मैं घर वापस नहीं आऊंगा।” एक ग़रीब घर में बेटे मोहन की जिद्द और माता की लाचारी आमने-सामने टकरा रही थी। “बेटा! तेरे पापा तुझे बाइक लेकर देने ही वाले थे, लेकिन पिछले महीने हुए एक्सिडेंट......। मम्मी कुछ बोले उसके पहले मोहन बोला, “मैं कुछ नहीं जानता। मुझे तो बाइक चाहिए ही चाहिए।” ऐसा बोलकर मोहन अपनी मम्मी को ग़रीबी एवं लाचारी की मंझधार में छोड़ कर घर से बाहर निकल गया। 12 वीं बोर्ड की परीक्षा के बाद भागवत ‘सर’ एक अनोखी परीक्षा का आयोजन करते थे। हालांकि भागवत सर का विषय गणित था। किन्तु विद्यार्थियों क...

बुराई की जड़

Image
👼👼💧💧👼💧💧👼👼 बुराई की जड़ Image by Gabriele M. Reinhardt from Pixabay बुराई की ऊपरी कांट-छांट से वह नहीं मिटती। उसे तो उसकी जड़ से मिटाना होता है। जब तक जड़ को नष्ट नहीं किया जाएगा तब तक कोई लाभ नहीं होगा। किसी नगर में एक आदमी रहता था। उसके आंगन में एक पौधा उग आया। कुछ दिनों बाद वह बड़ा हो गया और उस पर फल लगने लगे। एक बार एक फल पककर नीचे गिर गया। उस फल को एक कुत्ते ने खा लिया। जैसे ही कुत्ते ने फल खाया, उसके प्राण निकल गए। आदमी ने सोचा - कोई बात होगी जिससे कुत्ता मर गया। पर उसने पेड़ के फल पर ध्यान नहीं दिया। कुछ समय बाद उधर से एक लड़का निकला। फल देखकर उसके मन में लालच आ गया और उसने किसी तरह फल तोड़कर खा लिया। फल को खाते ही लड़का मर गया। मरे हुए लड़के को देख आदमी की समझ में आ गया कि यह जहरीला पेड़ है। उसने कुल्हाड़ी ली और वृक्ष के सारे फल काटकर गिरा दिए। थोड़े दिन बाद पेड़ में फिर फल लग गए। लेकिन इस बार पहले से भी ज्यादा बड़े फल लगे थे। आदमी ने फिर कुल्हाड़ी से फल के साथ-साथ शाखाओं को भी काट दिया। परंतु कुछ दिन बाद पेड़ फिर शाखाओं और फलों से लद गया। अब आदमी की समझ में कुछ नहीं...