भगवान के नाम की अलौकिक शक्ति
👼👼💧💧👼💧💧👼👼 भगवान के नाम की अलौकिक शक्ति Image by Ralf Kunze from Pixabay एक बार की बात है, बैकुंठ लोक में भगवान विष्णु के पास देवर्षि नारद गए और भगवान से जिज्ञासा प्रकट की कि भगवन्! मैं नाम की महिमा जानना चाहता हूँ। भगवान ने कहा कि मेरे नाम की महिमा जानना चाहते हो तो मृत्युलोक में जाओ और किसी कीड़े के सम्मुख जाकर मेरे दिव्य नाम का उच्चारण करो। नारद जी मृत्युलोक में गए और देखा कि एक कीड़ा अपनी स्वाभाविक गति से रेंग रहा है। नारद जी ने उसके सम्मुख भगवान के दिव्य नाम का उच्चारण किया। कीड़ा उसी क्षण मर गया। नारद जी भगवान के पास आए और शिकायत करने लगे कि भगवान आपका दिव्य नाम सुनते ही कीड़ा तो मर गया। भगवान मुस्कुराए और कहा - मृत्यु लोक में पुनः जाओ। वहां पर फूल पर तितली बैठी होगी। उसे मेरा नाम सुनाओ। नारद जी मृत्युलोक में गए और देखा कि एक फूल पर मस्ती से तितली बैठी है। उसे भगवान का नाम सुनाया। तितली नाम सुनते ही मर गई। नारद जी फिर भगवान के पास गए और कहा कि भगवान आपके नाम को सुनते ही तितली तो मर गई। भगवान ने कहा कि कोई बात नहीं। इस बार किसी हिरनी के शावक को मेरा नाम सुनाओ। नारद जी मृत्य...