धर्म का प्रभाव क्यों नहीं पड़ता
👼👼💧💧👼💧💧👼👼 धर्म का प्रभाव क्यों नहीं पड़ता Image by Susanne Jutzeler, Schweiz, from Pixabay एक दिवस एक शिष्य अपने गुरुजी के पास आकर बोला, “गुरुजी, प्रायः अनेक व्यक्ति प्रश्न करते हैं कि धर्म का प्रभाव क्यों नहीं होता ? मुझे भी यह प्रश्न पिछले कुछ समय से अत्यधिक व्याकुल कर रहा है।” गुरुजी बोले, “वत्स! जाओ, एक घड़ा मदिरा का ले आओ।” जैसे ही शिष्य ने मदिरा का नाम सुना, वह अवाक् रह गया और सोचने लगा कि गुरुजी और मदिरा, वह अपने स्थान पर खडे होकर सोचता ही रह गया। गुरुजी ने पुनः कहा, “वत्स, किस विचार में डूब गए हो ? मेरी आज्ञा का पालन करो और जाकर एक घड़ा मदिरा का लेकर आओ।” यह सुनते ही शिष्य तुरन्त गया और शीघ्र ही एक मदिरा से भरा घड़ा ले आया और उसे गुरुजी के समक्ष रखकर बोला, “गुरुजी, आपकी आज्ञा का पालन कर लिया।” तब गुरुजी बोले, “अब इस घड़े की पूर्ण मदिरा का सेवन करो।” वहां उपस्थित सभी शिष्य बहुत अचम्भित होकर गुरुजी को देख रहे थे। गुरुजी आगे बोले, “किन्तु सेवन करते हुए एक बात का ध्यान रखना, मदिरा को मुख में डालने के पश्चात् शीघ्र उसे कुल्ला कर थूक देना और किसी भी स्थिति में उसे कण्ठ ...