सच्ची पूंजी
👼👼💧💧👼💧💧👼👼 सच्ची पूंजी Image by Dim Hou from Pixabay एक समय की बात है। एक घने जंगल में ‘तेजा’ नाम का एक कौवा रहता था। उसके तीन घनिष्ठ मित्र थे। उनके नाम थे - सोनू चूहा, बिंदु हिरण और धीमेराम कछुआ। चारों में बहुत प्रेम था। एक दूसरे की वे मदद करते और खाली समय में साथ-साथ खेलकूद कर वक्त गुज़ारते थे। एक बार उस जंगल में एक धूर्त शिकारी आया। उसने नदी के पास बड़ी चतुराई से अपना जाल बिछा दिया और झाड़ियों में छिप कर बैठ गया। दुर्भाग्यवश उस जाल में बिंदु हिरण फस गया। उसने आज़ाद होने का बहुत प्रयत्न किया, परंतु वह आज़ाद नहीं हो पाया। उसे ढूंढते हुए उसके मित्र भी वहां पहुंच गए। छोटे-छोटे जीव उस विशाल लोहे के जाल के समक्ष लाचार थे। तभी अचानक उन्हें शिकारी आता हुआ दिखाई पड़ा। उसे देखते ही वे तीनों जल्दी से छिप गए। शिकारी हिरण को फंसा देखकर ख़ुश हो गया। उसने बिंदु को जाल से निकाला और उसके चारों पैर एक साथ रस्सी से बांध दिए। बिंदु बेचारा पीड़ा सहन न कर पाया और चीखता रह गया। शिकारी उसका मांस पकाने हेतु जंगल की सूखी लकड़ियाँ लेने चला गया। रास्ता साफ होते ही बिंदु के मित्र उसके निकट आ पहुंचे। सोनू चूहे...