दूध की नदी
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दूध की नदी आजकल बहुत लोग सोचते है कि अगर कोई बूढ़ा इंसान है तो उसका कोई महत्त्व नहीं है। लेकिन आज आप लोगों को एक कहानी के माध्यम से बताना चाहता हूँ कि बुजुर्गों का महत्त्व क्या है। तो चलिए दोस्तों! शुरू करते हैं आज की कहानी "दूध की नदी"। एक बार की बात है, एक लड़का था, जिसका नाम “रवि“ था और वह एक शहर में नौकरी करता था। उसके साथ एक लड़की भी काम करती थी, जिसका नाम “कोमल“ था। काम करते-करते ये दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे और विवाह करने की सोची। फिर इन दोनों ने अपने-अपने घर में यह बात बताई। लड़के के घर वाले बहुत खुले विचारों के थे, तो वे बहुत जल्दी मान गए। लेकिन लड़की के पिता को यह पसन्द नहीं था और जब लड़के के घरवाले लड़की के घर लड़की का हाथ मांगने पहुँचे, तो कोमल के पिता ने एक शर्त रख दी कि बारात में कोई भी बुजुर्ग व्यक्ति नहीं आएगा, बच्चों को अपने आप ही सब काम करने दो,,,.....तो सबने बिना विचारे उनकी वह शर्त मान ली और दोनों परिवार विवाह की तैयारी करने लगे। सब बहुत प्रसन्न थे क्योंकि आज वह दिन था, जब रवि और कोमल का विवाह होना था। सब त...