चतुर चिड़िया

👼👼💧💧👼💧💧👼👼

चतुर चिड़िया

Image by congerdesign from Pixabay

एक दिन की बात है, एक चिड़िया आकाश में अपनी उड़ान भर रही थी। रास्ते में उसे गरुड़ मिला। गरुड़ उस चिड़िया को खाने को दौड़ा। चिड़िया ने उससे अपनी जान की भीख़ मांगी, लेकिन गरुड़ उस पर रहम करने को तैयार नहीं था। तब चिड़िया ने उसे बताया कि मेरे छोटे-छोटे बच्चे हैं और उनके लालन-पालन के लिए मेरा जीवित रहना ज़रूरी है।

तब गरुड़ ने इस बात पर चिड़िया के सामने एक शर्त रखी कि मेरे साथ दौड़ लगाओ और अगर तुमने मुझे हरा दिया तो मैं तुम्हारी जान बख़्श दूंगा और तुम्हें यहां से जाने दूंगा।

गरुड़ इस बात को जानता था कि चिड़िया का उसे दौड़ में हराना असंभव है। इसलिए उसके सामने इतनी कठिन शर्त रखी। चिड़िया के पास इस दौड़ के लिए ‘हाँ’ करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा। लेकिन चिड़िया को इस बात का अंदाज़ा था कि गरुड़ को दौड़ में हराना नामुमकिन है लेकिन फिर भी उसने इस दौड़ के लिए ‘हाँ’ कर दी। पर उसने गरुड़ से कहा कि जब तक यह दौड़ ख़त्म नहीं होती, वह उसे नहीं मारेगा। गरुड़ इस बात पर राजी हो गया।

दौड़ शुरू हुई। चिड़िया झट से जाकर गरुड़ के सिर पर बैठ गई। गरुड़ को कुछ पता नहीं चला, और जैसे ही गरुड़ तेज़ी से उड़ कर दौड़ के आखिरी स्थान पर पहुंचा, चिड़िया जल्दी से उड़ कर लाइन के पार पहुंच गई और दौड़ जीत गई। गरुड़ ने उसकी जीत का कारण पूछा तो उसने सब कुछ सच-सच बता दिया। गरुड़ उसकी चतुराई से प्रसन्न हो गया और उसके छोटे-छोटे बच्चों की खातिर उसको जिंदा छोड़ दिया। चिड़िया तुरंत ही वहां से उड़ कर अपने बच्चों के पास आ गई।

शिक्षा -

कठिन परिस्थितियों में हालातों पर रोना नहीं चाहिए बल्कि समझदारी और चतुराई के साथ मुसीबत का सामना करना चाहिए। आपका विरोधी या वह मुश्किल लगने वाला कार्य, आपकी क्षमता से ज्यादा मज़बूत हो तो इसका मतलब यह नहीं कि आप पहले से ही हार मान कर बैठ जाएं बल्कि समझदारी और धैर्य से बैठ कर समस्या का समाधान ढूंढना चाहिए। अपने ऊपर विश्वास रखना चाहिए कि हम किसी भी हालत में जीत हासिल कर सकते हैं।

--

सरिता जैन

सेवानिवृत्त हिन्दी प्राध्यापिका

हिसार

🙏🙏🙏


विनम्र निवेदन

यदि आपको यह लेख प्रेरणादायक और प्रसन्नता देने वाला लगा हो तो कृपया comment के द्वारा अपने विचारों से अवगत करवाएं और दूसरे लोग भी प्रेरणा ले सकें इसलिए अधिक-से-अधिक share करें।

धन्यवाद।

Comments

  1. धन्यवाद उचित शिक्षा के लिए।

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

अगली यात्रा - प्रेरक प्रसंग

Y for Yourself

आज की मंथरा

आज का जीवन -मंत्र

बुजुर्गों की सेवा की जीते जी

स्त्री के अपमान का दंड

आपस की फूट, जगत की लूट

वाणी हमारे व्यक्तित्व का दर्पण है

मीठी वाणी - सुखी जीवन का आधार

वाणी बने न बाण